Kuldhara : The mystery village
Kuldhara : The mystery village
कुलधरा : एक अभिशापित गाँव
कुलधारा गाँव, राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक गाँव है। यह गाँव 13वीं शताब्दी में पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा बसाया गया था। कुलधारा अपने रहस्यमय इतिहास और खंडहरों के लिए प्रसिद्ध है।
कुलधारा गाँव को लेकर एक मशहूर कहानी है कि यह गाँव एक रात में ही पूरी तरह से खाली हो गया था। कहा जाता है कि गाँव के सभी निवासियों ने इसे छोड़ दिया और किसी को पता नहीं चला कि वे कहाँ गए।
कुलधरा गाँव का रहस्य
कहा जाता है कि पालीवाल ब्राह्मणों ने जाते समय गाँव को श्राप दिया था कि यहाँ कोई भी नहीं बस पाएगा। तब से लेकर आज तक यह गाँव खंडहर में बदल चुका है और यहाँ कोई भी स्थायी रूप से नहीं रह पाया है।
पर्यटन
आजकल, कुलधारा गाँव एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। लोग यहाँ आकर गाँव के खंडहरों और रहस्यमय वातावरण का अनुभव करते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा इस गाँव को संरक्षित किया गया है और यहाँ पर्यटकों के लिए विभिन्न सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं।कुलधारा की यात्रा एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है और इतिहास प्रेमियों के लिए यह स्थान विशेष रूप से आकर्षक है।
कुलधरा गाँव में पर्यटन के लिए प्रमुख स्थल निम्न है-
कुलधारा गांव के खंडहर:
गांव के खंडहरों में घूमते हुए आप प्राचीन पालीवाल ब्राह्मणों की जीवनशैली की झलक पा सकते हैं। ये खंडहर उस समय की वास्तुकला और जीवनशैली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
कुलधरा के प्राचीन मंदिर:
कुलधरा की बावड़ी:
कुलधरा की स्थानीय वास्तुकला:
कुलधरा हवेली:
कुलधरा का रहस्यमय वातावरण:
कुलधारा गांव का रहस्यमय और प्रेतवाधित वातावरण पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित करता है। लोग यहाँ की कहानियाँ और अजीब घटनाओं के बारे में सुनने और अनुभव करने के लिए आते हैं।
एक रात में गाँव वालो के गायब होने की कहानी:
19वीं शताब्दी के आरंभ में, एक रात अचानक सभी गांववासी इस गांव को छोड़कर चले गए। इसके पीछे की कहानी काफी रहस्यमय है। कहा जाता है कि जैसलमेर के दीवान सालम सिंह, जो अत्यंत क्रूर और लालची थे, ने गांव की एक सुंदर लड़की से जबरन शादी करने की इच्छा जताई। गांववासियों ने इस अन्याय का विरोध किया और पूरी रात में ही गांव को खाली कर दिया। जाते-जाते उन्होंने इस जगह को श्राप दिया कि यहां कोई भी फिर से नहीं बस सकेगा।
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