Sanwariya Seth Mandir

 Sanwariya Seth Mandir: यहा भगवान को बनाया जाता है बिसनेस पार्टनर 

   

Mandfiya: Sanvaliya Seth 

आज Explore World आपके लिए लाया है एक ऐसा मंदिर जो की राजस्थान के चित्तोडगढ जिले में स्तिथ है, जहा पर लोग भगवान को अपना बिसनेस पार्टनर बनाते है | तो आइये जानते है पूरी बात-

सांवरिया सेठ मंदिर : राजस्थान राज्य के चित्तौड़गढ़ जिले के भादसोड़ा तहसील के मण्डफिया गांव में स्थित एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के एक रूप सांवलिया सेठ को समर्पित है। यह मंदिर भगवान कृष्ण के अनेक भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यहाँ हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

सांवरिया सेठ मंदिर का इतिहास व मान्यता 

Sanwariya Seth, Mandfiya         

माना जाता है कि सांवलिया सेठ की मूर्ति 1840 में कुछ गांववालों को जमीन खोदते समय मिली थी। यह मूर्ति काले पत्थर की बनी हुई है और इसे भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है। इसके बाद इस मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया और तब से यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल बन गया है।

सांवरिया सेठ मंदिर की मंदिर की वास्तुकला



सांवरिया सेठ मंदिर की वास्तुकला राजस्थान की पारंपरिक स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है और इसमें नक्काशी का बारीकी से काम किया गया है। मंदिर परिसर में एक बड़ा सभा मंडप भी है, जहां श्रद्धालु बैठकर भजन और कीर्तन करते हैं।


सांवरिया सेठ मंदिर का धार्मिक महत्व

सांवरिया सेठ को धन के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहां आकर प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। व्यापारी वर्ग के लोग विशेष रूप से सांवरिया सेठ की पूजा करते हैं और अपने व्यापार की सफलता के लिए यहाँ आशीर्वाद लेते हैं।

सांवरिया सेठ मंदिर के प्रमुख त्योहार और उत्सव

मंदिर में त्योहारों के दौरान लगी भीड़ 


सांवरिया सेठ मंदिर में हर साल कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, दीपावली, और राधाष्टमी प्रमुख हैं। इन दिनों मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।

सांवरिया सेठ मंदिर के दान-पात्र में निकलती है कई देशो की मुद्राये 

दान-पात्र से निकले पैसो की गणना करते हुए भक्त 


श्री सांवरिया सेठ मंदिर का दान-पात्र महीने में एक दिन खोला जाता है| यह दान-पात्र चतुर्दशी को खोला जाता है, और इसके बाद अमावस्या को मेला शुरू होता है| होली पर यह दान-पात्र डेढ़ माह में और दीपावली पर 2 माह में खुलता है| सांवरिया सेठ मंदिर में कई NRI भक्त भी आते है, और विदेशो में अर्जित अपनी आय का एक हिस्सा सांवरिया सेठ को चढ़ाते है| इसी कारण दान-पात्र से डॉलर, पाउंड, अमेरिकी डॉलर, रियाल, दिनार आदि के साथ कई सारी देशो की मुद्राये निकलती है| 

सांवरिया सेठ मंदिर कैसे पहुंचे



चित्तौड़गढ़ से सांवरिया सेठ मंदिर की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है और यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी और बस की सुविधा उपलब्ध है। निकटतम रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ है और निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर है, जो लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सांवरिया सेठ मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोए हुए है।

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